A SIMPLE KEY FOR HANUMAN CHALISA UNVEILED

A Simple Key For hanuman chalisa Unveiled

A Simple Key For hanuman chalisa Unveiled

Blog Article

When he returns, he tells his scouting celebration what experienced happened, plus they hurry again to Kishkindha, the place Rama were waiting around all alongside for information.

व्याख्या – श्री हनुमान जी परब्रह्म राम की क्रिया शक्ति हैं। अतः उसी शक्ति के द्वारा उन्होंने भयंकर रूप धारण करके असुरों का संहार किया। भगवान् श्री राम के कार्य में लेश मात्र भी अपूर्णता श्री हनुमान जी के लिये सहनीय नहीं थी तभी तो ‘राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम‘ का भाव अपने हृदय में सतत सँजोये हुए वे प्रभु श्री राम के कार्य सँवारने में सदा क्रिया शील रहते थे।

US president Barack Obama had a pattern of carrying with him some modest items presented to him by individuals he experienced satisfied. The objects incorporated a little figurine of Hanuman.[151][152]

मंगलवार, शनिवार के अलावा हनुमान जयंती, राम नवमी और नवरात्रे जैसे शुभ अवसरों पर भी आप हनुमान जी को समर्पित यह सभी पाठ कर सकते है। हनुमान चालीसा लिरिक्स को महान संत गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है।

व्याख्या – श्री हनुमान जी की चतुर्दिक प्रशंसा हजारों मुखों से होती रहे ऐसा कहते हुए भगवान् श्री राम जी ने श्री हनुमान जी को कण्ठ से लगा लिया।

1 who recites this Chalisa a hundred periods is released from all bondages and can achieve excellent bliss.

Your browser isn’t supported any longer. Update it to get the greatest YouTube encounter and our latest capabilities. Learn more

भावार्थ – आप प्रभु श्री राघवेन्द्र का चरित्र (उनकी पवित्र मंगलमयी कथा) सुनने के लिये सदा लालायित और उत्सुक (कथारस के आनन्द में निमग्न) रहते click here हैं। श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता जी सदा आपके हृदय में विराजमान रहते हैं।

“He whoever reads these verses on Hanuman, he will get spiritual attainments, Lord Shiva is the witness to this statement.”

व्याख्या— रुद्रावतार होने के कारण समस्त प्रकार की सिद्धियाँ एवं निधियाँ श्री हनुमान जी को जन्म से ही प्राप्त थीं। उन सिद्धियों एवं निधियों को दूसरों को प्रदान करने की शक्ति माँ जानकी के आशीर्वाद से प्राप्त हुई।

When you've got much more time then You can even chant Hanuman Chalisa 108 periods, which happens to be stated to carry instant final results, if finished faithfully and with purity from the brain.

व्याख्या – सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार वज्र एवं ध्वजा का चिह्न सर्वसमर्थ महानुभाव एवं सर्वत्र विजय श्री प्राप्त करने वाले के हाथ में होता है और कन्धे पर मूँज का जनेऊ नैष्ठिक ब्रह्मचारी का लक्षण है। श्री हनुमान जी इन सभी लक्षणों से सम्पन्न हैं।

श्री हनुमान आरती

भावार्थ – तपस्वी राम सारे संसार के राजा हैं। [ऐसे सर्वसमर्थ] प्रभु के समस्त कार्यों को आपने ही पूरा किया।

Report this page